Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2017 · 1 min read

~* कविता *~

. ~= कविता =~

बहुत याद आती है
मुंडेर वाली लड़की
*************
वो उसका हल्की सी धुप में, बालो का सुखाना ,
ज़ुल्फो की झीनी खिड़कियों से, हमे झांकना ,
और फिर ज़ुल्फो को झटक,नज़ाकत से मुड जाना ,
कितनी बड़ी अदाकारा थी, वो मुंडेर वाली लड़की l

वो उसका नगें पांव, धुप में तिलमिलाना ,
हरेक कपड़े को कई कई बार पलटना, सुखाना ,
कपड़ो की आड़ से , हमे ताकना, छुप जाना ,
कितनी शर्मीली थी, वो मुंडेर वाली लड़की l

घंटो चाँद को बस यूँ हीं, ख़ामोशी से निहारना ,
तारों की गिनती, टूटते तारों की आस लगाना ,
बेसुध बेखबर मेरी खिड़की पर, नज़रे गड़ाना ,
कितनी पागल थी, वो मुंडेर वाली लड़की l

किसने सोचा था, होगा किस्मत का कहर बरसाना ,
वो कहारों का,कराहती सिसकती डोली का लेजाना ,
विदाई के आंसूओं में , अरमानों का बह जाना ,
कितनी बड़ी सज़ा दे गई, वो मुंडेर वाली लड़की l

* किरण पांचाल *

Language: Hindi
3 Likes · 412 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"अमीर खुसरो"
Dr. Kishan tandon kranti
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
रिश्ते का अहसास
रिश्ते का अहसास
Paras Nath Jha
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🏞️प्रकृति 🏞️
🏞️प्रकृति 🏞️
Vandna thakur
जीवन
जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब तुम मिलीं - एक दोस्त से सालों बाद मुलाकात होने पर ।
जब तुम मिलीं - एक दोस्त से सालों बाद मुलाकात होने पर ।
Dhriti Mishra
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
विनती
विनती
Dr. Upasana Pandey
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
कवि रमेशराज
■ जल्दी ही ■
■ जल्दी ही ■
*प्रणय प्रभात*
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
A Little Pep Talk
A Little Pep Talk
Ahtesham Ahmad
भगवन नाम
भगवन नाम
लक्ष्मी सिंह
आग हूं... आग ही रहने दो।
आग हूं... आग ही रहने दो।
अनिल "आदर्श"
-बहुत देर कर दी -
-बहुत देर कर दी -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
नसीहत
नसीहत
Shivkumar Bilagrami
बेवफ़ाई
बेवफ़ाई
Dipak Kumar "Girja"
पात उगेंगे पुनः नये,
पात उगेंगे पुनः नये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
,,........,,
,,........,,
शेखर सिंह
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*एक (बाल कविता)*
*एक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
Loading...