कविता
🌼वीर कहेंगें हम उसको🌼
जो कमजोर के आसूं पोछे,
नारी का सम्मान करे।
धरती के उपकार को माने,
जीवन पर अभिमान करे।
धन्य धरा और धाम को समझे
वीर कहेंगे हम उसको।।
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जिसने कभी न हार मानी,
कर्म के पथ पर सदा बढ़ा।
यश अपयश की नहींआरजू,
केवल जाति सुयश गढ़ा।
देव, देश और धर्म को समझे
वीर कहेंगे हम उसको।।
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शुद्ध विचार हृदय में उपजे,
नहीं दिखावा समर्पन में।
स्वार्थ ,छलावाऔर लोलुपता,
नहीं रक्त के कण कण में।
मात पिता औ गुरु पर नत सर
वीर कहेंगें हम उसको।।
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नमिता शर्मा