Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

कविता

बाल गीत (जीवन)

सबसे अच्छा सादा जीवन।
निर्मल रखते रहना तन मन।।
सुन्दर मधुर विचार रखोगे।
उत्तम मानव तभी बनोगे।।

जीवन को आसान बनाओ।
मेहनत करके सदा कमाओ।।
प्यारे!कभी न आलस करना।
गलत काम से सदैव डरना।।

प्रेम भाव हो जिसके मन में।
रहता सदा सुखी जीवन में।।
जिसके मन में घृणा भरी है।
उसकी जीवनदृष्टि डरी है।।

जिसके दिल में पाप समंदर।
उसका जीवन सदा भयंकर।।
जो सब की रक्षा करता है।
उसका जीवन प्रिय बनता है।।

दोहा
जीवन में शुभ कर्म से,बनते मनुज महान।
अति हितकर प्रिय कर्म से,जीवन सत आसान।।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
*बाल गीत (मेरा प्यारा मीत )*
Rituraj shivem verma
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
कौन है सच्चा और कौन है झूठा,
कौन है सच्चा और कौन है झूठा,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे  दिया......
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया......
Rakesh Singh
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
प्रेमी से बिछोह का अर्थ ये नहीं होता कि,उससे जो प्रेम हैं
पूर्वार्थ
मैं घमंडी नहीं हूँ
मैं घमंडी नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
राष्ट्रभाषा बने हिंदी
राष्ट्रभाषा बने हिंदी
Mamta Rani
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
Sonam Puneet Dubey
अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
Ravikesh Jha
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
Mukesh Kumar Rishi Verma
कुछ  गीत  लिखें  कविताई  करें।
कुछ गीत लिखें कविताई करें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है
शेखर सिंह
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है
Meenakshi Masoom
" वर्तमान "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
ये हक़ीक़त है
ये हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
रेतीले तपते गर्म रास्ते
रेतीले तपते गर्म रास्ते
Atul "Krishn"
नज़्म - चांद हथेली में
नज़्म - चांद हथेली में
Awadhesh Singh
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
रुख़ से परदा हटाना मजा आ गया।
पंकज परिंदा
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जल का अपव्यय मत करो
जल का अपव्यय मत करो
Kumud Srivastava
* तपन *
* तपन *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यही हाल आपके शहर का भी होगा। यक़ीनन।।
यही हाल आपके शहर का भी होगा। यक़ीनन।।
*प्रणय*
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
3777.💐 *पूर्णिका* 💐
3777.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
Loading...