कविता
बाल गीत (जीवन)
सबसे अच्छा सादा जीवन।
निर्मल रखते रहना तन मन।।
सुन्दर मधुर विचार रखोगे।
उत्तम मानव तभी बनोगे।।
जीवन को आसान बनाओ।
मेहनत करके सदा कमाओ।।
प्यारे!कभी न आलस करना।
गलत काम से सदैव डरना।।
प्रेम भाव हो जिसके मन में।
रहता सदा सुखी जीवन में।।
जिसके मन में घृणा भरी है।
उसकी जीवनदृष्टि डरी है।।
जिसके दिल में पाप समंदर।
उसका जीवन सदा भयंकर।।
जो सब की रक्षा करता है।
उसका जीवन प्रिय बनता है।।
दोहा
जीवन में शुभ कर्म से,बनते मनुज महान।
अति हितकर प्रिय कर्म से,जीवन सत आसान।।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।