Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2024 · 1 min read

पुस्तक

पुस्तक ही तो हैं मैं,तुम हम-सब।

कोई न कोई पन्ना
मेरा तुम्हारा या हम सबका
संवेदनाओं में भीगा
अस्पष्ट से धुंधलाते आखर
कहां पढ़ पाये एक दूसरे को हम
पुस्तक ही तो हैं …………..हम।
……….
जीवन की आपाधापी में
छुटी कुछ कर गुजरने की चाह,
अधखिले सपने
सपनों के मुड़े पन्ने लिए बैठे हम
पुस्तक ही तो हैं …………..हम।
………..
जीवन के प्रथम पृष्ठ पर
लिखा मेरा तुम्हारा संयुक्त नाम
सामंजस्य भरी व्याकरण की अनदेखी में
कहां मिल पाए आखरी पृष्ठ तक हम
पुस्तक ही तो हैं मैं………….हम।
………….
जीवन चक्र के पन्नों पर अंकित
अतीत, वर्तमान, भविष्य
बांचने में उपेक्षित, अंततः मलाल लिए हम
पुस्तक ही तो हैं …………..हम।
………….
चलती-फिरती ज़िन्दगी
खुली-अधखुली पुस्तक की मानिंद
कोई पढ़ी-बिनपढ़ी अगिणत राज लिए हम
पुस्तक ही तो हैं …………..हम।
……..
बढ़ती ऊमर में घटित अनुभूत
पूर्ण व्यक्तित्व का चित्रण
उपेक्षा की ताक से उतर
स्वयं मुखरित होने को आतुर हम
पुस्तक ही तो हैं …………हम।
………
कितना कुछ रह जाता है
अनगढ़ा सा अनपढ़ा सा पुस्तक सा
हम सब में…….।
पुस्तकें कभी निरुद्देश्य नहीं होती
परिपक्व हैं अपनी अपनी व्यवस्थिति में।
संगीता बैनीवाल
25-12-2022

1 Like · 193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

पारसदास जैन खंडेलवाल
पारसदास जैन खंडेलवाल
Ravi Prakash
चिराग तुम वह जलाओ
चिराग तुम वह जलाओ
gurudeenverma198
परिवर्तन
परिवर्तन
Shally Vij
मन की गति
मन की गति
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा आशियाना
मेरा आशियाना
Ritu Asooja
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
शुभ दिवस
शुभ दिवस
*प्रणय*
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
धूप छांव
धूप छांव
Sudhir srivastava
बसंत का आगम क्या कहिए...
बसंत का आगम क्या कहिए...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*हमारा छत्तीसगढ़ महान है*
*हमारा छत्तीसगढ़ महान है*
Krishna Manshi
*मतदान करें*
*मतदान करें*
नवल किशोर सिंह
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
तुम यानी मैं
तुम यानी मैं
शिवम राव मणि
कोई चाहे कितने भी,
कोई चाहे कितने भी,
नेताम आर सी
रिश्ते वहीं बनते है जहाँ विचार मिलते है
रिश्ते वहीं बनते है जहाँ विचार मिलते है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
शिव स्तुति
शिव स्तुति
Arvind trivedi
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
Kumar Kalhans
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
Ashwini sharma
Sadness gives depth. Happiness gives height. Sadness gives r
Sadness gives depth. Happiness gives height. Sadness gives r
पूर्वार्थ
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व, एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
"पूनम का चांद"
Ekta chitrangini
घमंड
घमंड
Adha Deshwal
..............
..............
शेखर सिंह
कुछ लोग ज़िंदगी में
कुछ लोग ज़िंदगी में
Abhishek Rajhans
Loading...