Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2023 · 1 min read

कविता

इस उतरती सांझ में….”(कविता)
चलो इस उतरती सांझ में
पहाड़ की गोद में बैठ कर
सिंदूरी धूप को शिखर चूमते हुए देखें ।

चलो इस उतरती सांझ में
दरिया के किनारे बैठ कर
उछलती गिरती लहरों को तट चूमते हुए देखें ।

चलो इस उतरती सांझ में
किसी पेड़ के नीचे बैठकर
नीड़ की ओर लौटते पंछियों का नर्तन देखें ।

चलो इस उतरती सांझ में
किसी पगडंडी पर बैठकर
थके-हारे बटोही को घर लौटते हुए देखें

चलो इस उतरती सांझ में
किसी उपवन में बैठकर
भंवरों को पंखुड़ियों पर प्रणय-गीत लिखते हुए देखें।

चलो इस उतरती सांझ में
किसी चूल्हे के पास बैठकर
आग की गर्माहट में मुहब्बतें पकती हुई देखें ।

चलो इस उतरती सांझ में
प्रियतम की गोद में सिर रखकर हवा को
जिंदगी की किताब के पन्ने पलटते हुए देखें ।

चलो इस उतरती सांझ में
कलम को कागज के हृदय पर सबके लिए
इबादत की नज्में लिखते हुए देखें ।

Language: Hindi
112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Time
Time
Aisha Mohan
"" *अहसास तेरा* ""
सुनीलानंद महंत
शिक्षक सम्मान में क्या खेल चला
शिक्षक सम्मान में क्या खेल चला
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
--शेखर सिंह
--शेखर सिंह
शेखर सिंह
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नव वर्ष (गीत)
नव वर्ष (गीत)
Ravi Prakash
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3462🌷 *पूर्णिका* 🌷
3462🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
राही साथ चलते हैं 🙏
राही साथ चलते हैं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भय दिखा कर कोई महान नहीं हो सकता है, हां वो प्रेमपूर्ण होने
भय दिखा कर कोई महान नहीं हो सकता है, हां वो प्रेमपूर्ण होने
Ravikesh Jha
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
समाचार झूठे दिखाए गए हैं।
समाचार झूठे दिखाए गए हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कलयुग की छाया में,
कलयुग की छाया में,
Niharika Verma
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
कौशल
कौशल
Dinesh Kumar Gangwar
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
"युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे या तो प्र
Urmil Suman(श्री)
वो मुझे रूठने नही देती।
वो मुझे रूठने नही देती।
Rajendra Kushwaha
" शाम "
Dr. Kishan tandon kranti
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
राम की रीत निभालो तो फिर दिवाली है।
राम की रीत निभालो तो फिर दिवाली है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ये रात पहली जैसी नहीं
ये रात पहली जैसी नहीं
Befikr Lafz
बुद्धित्व क्षणिकाँये
बुद्धित्व क्षणिकाँये
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिल का गुस्सा
दिल का गुस्सा
Madhu Shah
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...