कविता
मात्र कवि की कल्पना नही होती है कविता
किसी की ज़िंदगी का यथार्थ होती है कविता
कविता सुन कर भूल जाने का नाम नही
मनन कर अपनाने का स्तोत्र होती है कविता
किसी कवि के लिए उसकी जान है कविता
सुख और दुख से अभिभूत कराती कविता
कविता सिर्फ चुने हुए शब्दों का श्रृंगार नही
कवि सम्मेलन के मंच का अभिमान है कविता
वीर कुमार जैन
16 सितंबर 2021