कविता
पढ़ो बेटियों
—————–
पढ़ो बेटियों ! इम्तहान सब
फर्स्ट डिवीजन पास करो |
उज्जवल बने भविष्य तुम्हारे
इसके लिए प्रयास करो |
प्रतिभा पाटिल जैसे पर्दा
में ही रहकर छुओ गगन,
अर्धनग्न हो तुच्छ लोकप्रियता
में मत विश्वास करो |
बनो कल्पना चढ़ो चांद पर
दुनिया में इतिहास रचो ,
जग ले नाम श्रद्धा से तेरे
ऐसा तुम कुछ खास करो |
बड़े – बड़े पद पर जा- जाकर
रोको भ्रष्टाचार तथा ,
हक दिलवाकर कमजोरों का
सबके दिल में बास करो |
अवधू कहें जरूरत पर बन-
कर झाँसी जैसी रानी,
अपनी तथा देश की रक्षा
करो , पाप का नास करो | |
अवध किशोर ‘अवधू’
मो. न. 9918854285