कविता
सर्व प्रथम आप सभी बन्धु बान्धबों को #हिन्दी_दिवस# की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देता हूँ| हम सभी के लिए बहुत ही शर्म की बात है कि हिन्दुस्तान में रहते हुए हम सभी एक दूसरे को हिन्दी दिवस की बधाईयाँ बाट रहे हैं जबकि हम सभी के लिए लिए प्रति दिन हिन्दी दिवस होना चाहिए….
हम सभी हिंदी भाषियों के लिए 14 सितम्बर का दिन किसी त्योहार से कम नहीं है क्योंकि पूरे भारत में इस दिन स्कूल, कॉलेजों में सभाएं आयोजित कर हिंदी पर चर्चा-परिचर्चा की जाती है तथा बच्चे हिंदी प्रेम की कविताएं लिखते और उनका पाठ करते हैं| दरअसल 14 सितम्बर 1949 में हिंदी को देश की राजभाषा का दर्जा दिया गया था| हिंदी के इस ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था तभी से समस्त देश बासीे प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाते हैं|
कविता
भारत वर्ष की जननी हिन्दी
हर मानव की “आशा” हिन्दी
हमे एक दूजे सेे,,जोड़े हिन्दी
ऐसे मजबूत धागे सम हिन्दी
हिन्दुस्तान की सान है हिन्दी
एकता में परम्परा सी हिन्दी
जीवन की परिभाषा हिन्दी
हम सबकी ‘चाहत’ है हिन्दी
✍ धीरेन्द्र वर्मा
मोहम्मदी-खीरी (उ.प्र.)
एक बार पुनः आप सभी को हिन्दी दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ