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10 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

ख्वाबों की बात हो ना ख्यालों की बात हो,
मुफलिस की भूख उसके निवालों की बात हो,
अब बंद हो सब गुज़रे जमाने के तरीके
इस तीरगी में कुछ तो उजालों की बात हो

Language: Hindi
476 Views
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