कविता :– सब तेरा जयगान करेंगे !!
सब तेरा जयगान करेंगे !!
एक बात जुबानी कहता हूँ मैं ,
हर मसले का हल होगा !
तेरे ही इन हाथों मॆं ,
स्वर्णिम भारत का कल होगा !
एक सुंदर सा
भू-तल होगा ,
हर दिल जब इंसान बनेंगे !
सब तेरा जयगान करेंगे !!
इंसानों की कीमत समझो ,
जातिवाद पर मत उलझो !
कब तक डरना अंधियारे से ,
दीप शिखा बन कर तुम उभारो !
हिम्मत कर
आगे बढ़ता चल ,
तुझसे हर शैतान डरेंगे !
सब तेरा जयगान करेंगे !!
अरमानों का सुंदर घर है ,
तुझमे हुनर और जिगर है !
तेरे सपने पूरा करने को ,
धरती और विस्तृत अम्बर है !
तेरे ही इन
कर कमलों से ,
लोगों के अरमान सजेंगे !
सब तेरा जयगान करेंगे !!
अथक प्रयत्न ये अजदादों का ,
व्यर्थ नहीँ होने देना !
खुद को खोकर भी जन्नत की
तुम सान नहीँ खोने देंना !
झूमेंगा जग
खुशहाली से ,
हर चहरे मुस्कान भरेंगे !
सब तेरा जयगान करेंगे !!
तेरी रंगत रंग लाएगी ,
एक दिन नई घटा छाएगी !
भारत के कोने-कोने में ,
हरपल खुशियाँ लहराएगी !
सब की झोली
भर जाऐगी ,
मेहनत के खलिहान सजेंगे !
सब तेरा जयगान करेंगे !!
अनुज तिवारी “इंदवार “