कविता- वो मेरा नहीं
दिल का हाल
मैं आज भी वेसी ही हुं, जेसी उसकी पसंद है,
लेकिन अब वो वेसा नहीं, जेसा मुझे पसंद है !
वो मेरा पहला प्यार है,
लेकिन मैं उसका पहला प्यार नहीं
मैं खुश होती हुं उसकी हसी देखकर,
वो खुश होता है, किसी और की हसी देखकर !
मैं तो आज भी उसकी हुं, ये वो नहीं जानता,
वो किसी और का है, ये सब जानते हैं !
– जयति जैन, रानीपुर, झांसी उ.प्र.