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6 Feb 2024 · 1 min read

(वक्त)

गुजार दिया जो वक्त
नादानियों में
वो कमाल था
जब से, जरा से
समझदार हुए
ताबेदार हुए
वक्त काटे नहीं कटता
दुख बांटे नहीं बंटता
संगीता बैनीवाल

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