(वक्त)
गुजार दिया जो वक्त
नादानियों में
वो कमाल था
जब से, जरा से
समझदार हुए
ताबेदार हुए
वक्त काटे नहीं कटता
दुख बांटे नहीं बंटता
संगीता बैनीवाल
गुजार दिया जो वक्त
नादानियों में
वो कमाल था
जब से, जरा से
समझदार हुए
ताबेदार हुए
वक्त काटे नहीं कटता
दुख बांटे नहीं बंटता
संगीता बैनीवाल