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Vedha Singh
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9 Feb 2019 · 1 min read
कल्पना
अद्भुत है ये कल्पना ,ये सपनों की खान।
कभी कल्पना के बिना ,भड़ते नहीं उड़ान।।
–वेधा सिंह
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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