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28 Feb 2024 · 1 min read

कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।

कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
सूखे में जैसे मुझे मधुवन मिला है।
आपके आ जाने से मेरी जिंदगी में।
बाकी रहा न कोई गिला है।
न्योछावर है तेरी मुस्कुराहटों पर।
हर रोज करते है तेरा दीदार रास्तों के चाहतों पर।
Rj Anand Prajapati

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