कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
सूखे में जैसे मुझे मधुवन मिला है।
आपके आ जाने से मेरी जिंदगी में।
बाकी रहा न कोई गिला है।
न्योछावर है तेरी मुस्कुराहटों पर।
हर रोज करते है तेरा दीदार रास्तों के चाहतों पर।
Rj Anand Prajapati