कलियुग खाटू श्याम
बन जाते मेरे स्वयं,वहाँ समूचे काम !
सर्वेश्वर मेरा जहाँ , रहे हमेशा श्याम !!
हारे का बनते रहे,………. ..सदा सहारा श्याम !
कलियुग मे यदि आपका, लिया ह्रदय से नाम !!
बर्बरीक द्वापर रहा,कलियुग खाटू श्याम !
भक्तों के काटे सदा,.हरि ने कष्ट तमाम !!
रमेश शर्मा.