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24 Apr 2018 · 1 min read

कला जीने की

जिन्दगी जीने की भी कला चाहिए।
मर के भी याद आए वो अदा चाहिए ।

दो निवाले भी जिसके हलक न पड़े।
स्वाद छप्पन भोगों का वो
जानता।
तुम अगर चाहते हो उसका भला।
तुम करो कुछ कि उसको मिलें रोटियाँ।
इन गर

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