कलाकार हूँ मैं….
अपनी कला की
उसकी सोच की
अपनी कृति की
उसके सृजन की
जानकार भी
अदाकार भी
निर्देशक भी
निर्माता भी
स्टोरी राईटर भी
डायलॉग राईटर भी
गीतकार भी
संगीतकार भी
गायक भी
गायिका भी
मेकअप मैन भी
ड्रेस मैन भी
डिज़ाइनर भी
ऑर्गनाइजर भी
साउंड भी
लाईट भी
वितरक भी
शोहरत भी
विचारक भी
संचालक भी
इतनों को अपने अंदर लपेटे
ब्रम्हांड की सोच को अंदर समेटे
कैसे कह दूँ ?
या कहने दूँ ?
की कुछ नही हूँ मैं
अपनी सोच का आधार हूँ मैं
अरे ! कलाकार हूँ मैं ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 10/06/2020 )