-कलयुग में सब मिलावटी है –
– कलयुग में सब मिलावटी है –
प्रेमी युगल के प्यार में मिलावट,
माता – पिता के स्नेह में मिलावट,
भाईयो के भ्रातृत्व में मिलावट,
अपने के एहसास में मिलावट,
दोस्तो की दोस्ती में मिलावट,
दाम्पत्य जीवन में है मिलावट,
सब्जी और सलाद में मिलावट,
दूध दही और छाछ में मिलावट,
खाने – पीने की चीजों में मिलावट,
हवा और दवा में मिलावट,
हर जगह बस है मिलावट,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान