Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2022 · 1 min read

कलम

छंद मुक्तक

सृजन शब्द -कलम

मापनी 1222 1222 1222 1222

कलम छोटी नहीं होती, गजब की धाक रखती है।
जहां तलवार थम जाए ,कलम फिर काम करती है।
जहां डोले वतन का ताज, नेता डगमगा जाए।
कलम की धार आ करके वतन की शान रखती है।

दबी बातें हृदय में जो, कभी सोने नहीं देती।
छुपाए छुप नहीं सकती, छुपाने भी नहीं देती।
उठाए भार कुंठा का, फटे ज्वालामुखी दिल का।
कलम जब बात रखती है ,सखी मौका नहीं देती।

चली अनथक कलम मेरी, सफर दिन-रात करती है।
सजाए शब्द बातों के, रसों की धार बहती है।
कहीं लय भाव गीतों में ,बहे सुर‌ धार रचना में।
बहाए छंद की धारा, रची रचना सुहाती है।

ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
World News
Stages Of Love
Stages Of Love
Vedha Singh
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
Ranjeet kumar patre
"गम"
Dr. Kishan tandon kranti
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
महाकाव्य 'वीर-गाथा' का प्रथम खंड— 'पृष्ठभूमि'
महाकाव्य 'वीर-गाथा' का प्रथम खंड— 'पृष्ठभूमि'
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
Ravi Betulwala
पावन सच्चे प्यार का,
पावन सच्चे प्यार का,
sushil sarna
..
..
*प्रणय*
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कर्मपथ
कर्मपथ
Indu Singh
कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,
कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,
Ajit Kumar "Karn"
कमियों पर
कमियों पर
रेवा राम बांधे
तेरा ख्याल बार-बार आए
तेरा ख्याल बार-बार आए
Swara Kumari arya
3592.💐 *पूर्णिका* 💐
3592.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बिटिया मेरी सोन चिरैया…!
बिटिया मेरी सोन चिरैया…!
पंकज परिंदा
Justice Delayed!
Justice Delayed!
Divakriti
* का बा v /s बा बा *
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
Anand Kumar
******प्यारी मुलाक़ात*****
******प्यारी मुलाक़ात*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
समय ही तो हमारा जीवन हैं।
समय ही तो हमारा जीवन हैं।
Neeraj Agarwal
ना फूल मेरी क़ब्र पे
ना फूल मेरी क़ब्र पे
Shweta Soni
जिंदगी के तूफ़ानों की प्रवाह ना कर
जिंदगी के तूफ़ानों की प्रवाह ना कर
VINOD CHAUHAN
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
Rj Anand Prajapati
हिदायत
हिदायत
Dr. Rajeev Jain
सत्य तत्व है जीवन का खोज
सत्य तत्व है जीवन का खोज
Buddha Prakash
आवाजें
आवाजें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
Loading...