*कलम का एक छोटा-सा सिपाही मुस्कुराएगा (मुक्तक)*
कलम का एक छोटा-सा सिपाही मुस्कुराएगा (मुक्तक)
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अगर सूरज दगा देगा, तो दीपक जगमगाएगा
परिष्कृत कार्य शिखरों का, पवन करने को आएगा
बड़े जब चूक जाते हैं, सही निर्णय सुनाने से
कलम का एक छोटा-सा, सिपाही मुस्कुराएगा
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रचयिता : रविप्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451