कलमकार है शमसीर नही रखते*
कलमकार है शमसीर नही रखते
बदल जाये हम ऐसी तासीर नही रखते,,
बटुये में हर किसी की तस्वीर नही रखते,,
जिसकी रखते है वो तुम ही खास हो,,
इतनी बुरी भी हम अपनी तकदीर नही रखते,,
कोई क्या मालो दौलत दिखायेगा हमे,,
जिसकी की कीमत हो वो जागीर नही रखते,,
चेहरे से नूर वो आँखो से कोहिनूर है,,
शहंशाह है दिल का कोई बजीर नही रखते,,
नादान होता दिल है मानते है सच मे,,
पर यकीन करते है मन अधीर नही रखते,,
मौके तो आयेंगे जमाने मे बशीर नही रखते,,
मनु कलम का शौक है शमसीर नही रखते,,
?मानक लाल मनु?