कर ही बैठे हैं हम खता देखो
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
प्यार का कर लिया नशा देखो
कितना मासूम है हमारा दिल
खुद से ही हो गया खफा देखो
आंसुओं से भिगोती यादें हैं
मिल गई प्यार की सजा देखो
मिलता हमको सुकून अब इनसे
दर्द ही बन गया दवा देखो
तुमको हक है चलो किधर भी तुम
पर ज़माने की भी हवा देखो
उनकी मुस्कान पर न जाओ तुम
आंख में दर्द की घटा देखो
‘अर्चना ‘किस तरह ये समझाएं
बेवफाई में है वफ़ा देखो
19.11.2023
डॉ अर्चना गुप्ता