कर ले प्यार
जिंदगानी दिन चार,
कर ले प्यार हरि से।
न कर तू तकरार,
कर ले प्यार हरि से।
नासमझी में गया लड़कपन,
नशे में गयी जवानी।
प्रौढ़ हुआ तो धन की चिन्ता,
कभी लाभ कभी हानी।
बुढ़ेपन में रोगी काया,
सब लागे बेकार।
कर ले प्यार हरि से।
महल बनाया नौकर रखा
ले लिया मोटरकार।
अच्छा खाना और पहनना,
रंगीला संसार।
धन वैभव पद यहीं रह जाये,
परमारथ कर यार।
कर ले प्यार हरि से।
नेक कमाही, शाकाहारी,
मास मद्य न पाओ।
परनारी से तौबा कर लो,
संतोषी बन जाओ।
मात पिता की सेवा कर लो,
साध संगत है सार।
कर ले प्यार हरि से।
जीवन सफल बनाना है तो,
खोजो सतगुर पूरा।
युक्ति लेकर भक्ति कमाओ
रहो न कभी अधूरा।
पहुँचो रघुनन्दन के द्वार,
कर ले प्यार हरि से।
जिंदगानी दिन चार,
कर ले प्यार हरि से।