कर तो रहे हैं वो ,और दे रहे हैं ,
कर तो रहे हैं वो ,और दे रहे हैं ,
सबका साथ ,सबका विकास ।
बिना किसी जाति धर्म भेद भाव के ,
लगाकर भारतीय एकता की आस ।
उस आस को टूटने मत दो ,साथियों !
भुलाकर परस्पर बैर ,दो हाथ में हाथ ,
और जगाओ एक दूजे के मन में विश्वास।