कर के वा’दा….
कर के वा’दा मुकर न जाना जी
उम्रभर साथ अब निभाना जी
کرکے وعدہ مُکرنَہ جانا جی
عُمْربَھر ساتھ اب نِبھانا جی
दर्द को अपने बाँट लेना तुम
मुस्कुराकर न ग़म छुपाना जी
درد کو اپنے بانٹ لینا تم
مسکراکر نَہ غم چُھپانا جی
हिज्र में खो न जाएँ होश कहीं
जब पुकारूँ तो लौट आना जी
ہِجْر میں کھو نَہ جائیں ہوش کہیں
جب پکاروں تو لَوْٹ آنا جی
दिल घड़ीभर ज़रा बहल जाये
सुर लगाओ न तुम पुराना जी
دِل گَھڑی بَھر ذرا بہل جائے
سُر لگاو نَہ تم پُرانا جی
जाग जाएँ न फिर कहीं अरमां
ख़्वाब में चुपके से बुलाना जी
جاگ جائیں نَہ پھر کہیں ارماںؔ
خواب میں چپکے سے بُلانا جی
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