कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी हैं कृष्ण ।चक्र सुदर्शन व बांसुरी को एक साथ संचालित करने की क्षमता का नाम है कृष्ण । वही सूर्य हैं, चंद्रमा हैं , वायु हैं, अग्नि हैं , वेद हैं , पुराण हैं , सबकुछ हैं । वही ब्रह्म हैं और ब्रह्मांड भी । ऐसे योगीराज के जन्मोत्सव पर आपको व आपके परिवार को बहुत बधाई !
आशा है कृष्ण को अपने अंदर तलाशने में समर्थ होंगे । मंगलकामनाएं स्वीकारें ।
🪻डॉ सूर्यनारायण पांडेय🪻