कर्म प्रधान मानते जग में, वे रहते सानन्द l
कर्म प्रधान मानते जग में, वे रहते सानन्द
सिद्धि साधना में रत जो हैं, पाते परमानन्द l
जागो,उठो,बढो तुम आगे, तुम्हें लक्ष्य तक जाना,
सत्य आचरण जो अपनाये, वही विवेकानन्द l
आज विवेकानन्द जी का जन्म दिवस है –