कर्म ही पूजा है।
नित करो तुम कर्म अपना
राह खुद अपना बनाओ।
मंजिल तुम्हें छुना है तो
संघर्ष करो आगे बढ़ जाओ।
यह जीवन कठीन डगर हैं
लड़ना है तुम्हें हर दिन।
भिड़ना सीखों बाधाओं से
मंजिल मिलेगा तुम्हें एक न एक दिन।
कोई तुम्हारा साथ दे या न दे
रखों तुम ईश्वर पर अपना विश्वास।
और खुद के अंदर भरो आत्मविश्वास
फिर देखो सफलता तुमसे ज्यादा दूर नहीं है।
प्रयत्न करते रहो सदा तुम
तेरी मेहनत एक दिन रंग लाएँगी।
निराश न हो इतनी जल्दी
यह मेहनत अपना असर दिखाएँगी।
कुछ देर भले हो जाए
पर सफलता तेरे जीवन में
खुशियाँ लेकर आएगी।
यह कर्म है,एक न एक दिन
तुमको फल दें जाएगी।
~अनामिका