कर्म कभी माफ नहीं करता
जो करता है वही भरता है
कर्म कभी माफ नहीं करता है
मानवता छिपा जिनके अन्दर
मालिक से वही डरता है
जिसे पाप से भय लगा रहे
हरदम कदम सही रखता है
अपने लालच के खातिर वो
गडबड़ खाता बही रखता है
सामने मीठा मीठा बनता
पीठ पीछे बैर ही रखता है
नूर फातिमा खातून नूरी
जिला -कुशीनगर