कर्मफल
यह
किस्मत की लकीर
बन रही है या
मिट रही है
इस समय जो लग रहा है
गलत
क्या उसका भविष्य उज्जवल है
वर्तमान में जो घटित हो रहा है
अच्छा
दिख रहा सुनहरा और चमकता
क्या अगले पल उसे
काले बादलों से घिरे
एक अंधेरे से भरे
आसमान में बदलना है
जीवन में घटित हो रही घटनाओं के बारे में
कुछ भी अनुमान लगाना
कठिन होता है
इसकी आवश्यकता क्या है
कभी कोशिश भी नहीं करनी चाहिए
ऐसा कुछ भी जानने की
निरंतर कर्म करते रहें
प्रभु के हाथ में
अपने जीवन की डोर थमा दें
खुद को हमेशा
प्रोत्साहित करते रहें
सदैव प्रसन्नचित्त रहें
सफलता के पीछे कभी न दौड़े
यह आपके पीछे दौड़े
ऐसी कामना करें
भविष्यफल के फेर में न
पड़कर
कर्मफल पाने की इच्छा करें
प्रयत्न करें
मिलने पर इसका
स्वाद जब चखेंगे तो
यह अवश्य ही मीठा होगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001