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13 Jul 2021 · 1 min read

कर्मफल

यह
किस्मत की लकीर
बन रही है या
मिट रही है
इस समय जो लग रहा है
गलत
क्या उसका भविष्य उज्जवल है
वर्तमान में जो घटित हो रहा है
अच्छा
दिख रहा सुनहरा और चमकता
क्या अगले पल उसे
काले बादलों से घिरे
एक अंधेरे से भरे
आसमान में बदलना है
जीवन में घटित हो रही घटनाओं के बारे में
कुछ भी अनुमान लगाना
कठिन होता है
इसकी आवश्यकता क्या है
कभी कोशिश भी नहीं करनी चाहिए
ऐसा कुछ भी जानने की
निरंतर कर्म करते रहें
प्रभु के हाथ में
अपने जीवन की डोर थमा दें
खुद को हमेशा
प्रोत्साहित करते रहें
सदैव प्रसन्नचित्त रहें
सफलता के पीछे कभी न दौड़े
यह आपके पीछे दौड़े
ऐसी कामना करें
भविष्यफल के फेर में न
पड़कर
कर्मफल पाने की इच्छा करें
प्रयत्न करें
मिलने पर इसका
स्वाद जब चखेंगे तो
यह अवश्य ही मीठा होगा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
2 Likes · 353 Views
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