करो नहीं व्यर्थ तुम,यह पानी
करो नहीं व्यर्थ तुम, यह पानी।
सीखो बचाना तुम, यह पानी।।
पानी बिना नहीं, जीवन किसी का।
बहुत अनमोल है,यह पानी।।
करो नहीं व्यर्थ तुम—————।।
बिन पानी नहीं है , यह उपवन।
महका है पानी से, यह गुलशन।।
पानी बिना नहीं है, जिंदा मछली।
जीवन का आधार है,यह पानी।।
करो नहीं व्यर्थ तुम————–।।
बिन पानी नहीं है, कृषि ,जंगल।
बिन पानी नहीं है, जीवन में मंगल।।
पानी बिना नहीं है, यह हरियाली।
इतना ही उपयोगी है, यह पानी।।
करो नहीं व्यर्थ तुम————–।।
बिन पानी नहीं, मान किसी का।
पानी भविष्य है, हर किसी का।।
बिन पानी नहीं, बिजली- वर्षा।
पानी बिना है सब, पानी – पानी।।
करो नहीं व्यर्थ तुम—————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847