करो नहीं किसी का अपमान तुम
अपने अदब से, अपने शब्द से।
करो नहीं , किसी का तुम अपमान।।
जीवो और जीने दो, सभी को।
करो सभी का, तुम सम्मान।।
अपने अदब से——————-।।
बोलो मीठे बोल तुम, सभी से यहाँ।
टूटे रिश्ते इससे जुड़ेंगे, तुम्हारे यहाँ।।
किसी बनाओ नहीं दुश्मन, तुम ऐसे यहाँ।
दौलत- शौहरत से ,करक ऐसे अपमान।।
अपने अदब से——————-।।
भेदभाव करो नहीं, देखकर जाति- धर्म।
महान बनाते है मानव को, उसके ही कर्म।।
करो नहीं अपमान तुम, किसी भी धर्म का।
सीखो जीना तुम सच में, बनकर इंसान।।
अपने अदब से——————–।।
नफरत की आग से, मत जलाओ चमन को।
करके पैदा बलवे , बर्बाद करो मत वतन को।।
करो नहीं जुल्म ,यतीम- मुफ़लिस- औरत पर।
करो नहीं इनका अपमान, होकर एक इंसान।।
अपने अदब से ————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847