करोना
दुनिया में हाहाकार मचाने वाला
हर नर- नारी को घर में बंदकर
जीवन को तबाह करने वाला
वही था करोना, वही था करोना।
जिसने हम इंसानों को भी मास्क
पहने पर कर दिया था मजबूर
अपनों अपनों में बना दी थी दूरियां
वही तो करोना, वही था करोना।
जिसने बुजुर्गों को आदर में पैर छूने के
संस्कार को नमस्ते में ही बदल डाला
भारतीय संस्कृति को बदलने वाला
वहीं था करोना, वही था करोना ।
जिसकी की वजह से दुनिया लगती
इस भुवन, संसार, भू, घट में वीरान
जो जहा था उसको वही क़ैद कर डाला
वही था करोना, वही था करोना।
जिसको सर्दी, खांसी होता था बुखार
उससे लोग सदा बनाये रखते थे दूरियां
कोई भी अपना न जाता उनके पास
वही था करोना, वही था करोना।
जिसने पिता को पुत्र से किया दूर
आपस में डाली थी जिसने दरारें
जिसने सबका जीना किया हराम
वही था करोना, वही तक करोना।