करोना की खूंखार संतान
क्या सोचा था और क्या हो गया,
करोना से मुक्त न कोई जन हुआ।
ब्याह तो किया करोना का करोनी से,
सोचा था इंसानों को डराना छोड़कर ,
अपनी गृहस्थी में उलझ कर रह जायेगा ।
मगर उसने तो अपना खानदान ही बड़ा लिया ।
ओमीक्रोम नाम दिया अपने बच्चे को ,
जो इनसे भी चार कदम आगे निकल लिया ।
वायरस की दुनिया में आकर इसने ,
तहलका ही मचा कर रख दिया ।
हम इंसानों की जिंदगी में आकर इसने ,
फिर से वही डर और दहशत का माहोल बना दिया ।
सही कहा किसी ने रावण की औलाद ,
रावण जैसी तो होगी ,बस वही हो गया।
यह ओमीक्रॉम नाम का भयंकर राक्षस ,
बाकी करोना राक्षसों से शक्तिशाली हो गया ।