करेगा याद मेरे बाद मुझको
करेगा याद मेरे बाद मुझको
किया है जिसने भी बर्बाद मुझको
मुसलअल आ रही हैं हिचकियाँ क्यों
वो शायद कर रहा है याद मुझको
उसी से चल रही है साँस मेरी
ख़ुदा जो दे रहा इमदाद मुझको
लगाया जिसके ज़ख्मों पर भी मरहम
वही कहता है अब जल्लाद मुझको
जो माँ मेरे लिए करती है ‘सागर’
दुआएं रखती हैं आबाद मुझको