करुणा मर गई
अरे ओ करूणा ! तू कब मर गयी ?
कहाँ किया इंसान ने तेरा अंतिम संस्कार ?
तेरी कसम तेरे जाने के बाद इंसान, इंसान ना रहा .
पत्थर बन गया है वोह
भूल गया अपने मानव – उचित संस्कार .
अरे ओ करूणा ! तू कब मर गयी ?
कहाँ किया इंसान ने तेरा अंतिम संस्कार ?
तेरी कसम तेरे जाने के बाद इंसान, इंसान ना रहा .
पत्थर बन गया है वोह
भूल गया अपने मानव – उचित संस्कार .