“करारी हार के शिकार लोग ही,
“करारी हार के शिकार लोग ही,
जीत के असली हकदार होते हैं ll
सबकी नजरों में बेकार लोग ही,
जीत के असली हकदार होते हैं ll
हजार नहीं, दो-चार लोग ही,
जीत के असली हकदार होते हैं ll
सर्वस्व खोने को तैयार लोग ही,
जीत के असली हकदार होते हैं ll
मुश्किलों से सदाबहार लोग ही,
जीत के असली हकदार होते हैं ll”