करवाचौथ
सयाली छंद—— करवाचौथ
1- करवाचौथ
पूजन को
सजी है थाल
बनाई है
चौक ॥
2- दो
वरदान माता
सुखी रहे जीवन
अमर हो
सुहाग ॥
3- सजाये
हैं हाथ
मेहँदी से मैंने
तुम्हारे प्यार
में ॥
4- करके
सोलह श्रृंगार
उतारूँ आरती तुम्हारी
जनम-जनम
सजना ॥
5- तुमको
निहारती हूँ
चाँद में प्रिय
उपवास तोड़ने
को ॥
6- चाँद
सा शीतल
बने हमारा प्रेम
चहुँ ओर
चमके ॥
7- करूँ
पूजन मैं
बढ़े आयु तुम्हारी
प्रार्थना है
हमारी ॥
गुंजन गुप्ता
प्रतापगढ़ उ.प्र.