करवाचौथ
उपवास रख कर बैठे हैं, करे चांद का इंतजार
देख क्या-क्या सहना पड़ा,क्यूं हुआ तुमसे प्यार
जल्दी उठ कर नहाना धोना ,करनी था पूजा
साडी पहन ऊपर से करना था सोलह श्रृंगार।
जल्दी जल्दी हाथ चलाया ,खायी मैंने सरगी
थोड़ी हेल्प तुम कर दो, चाय कर दो तैयार।
बनाते तो वैसे रोज़ ही तुम हो ,चाय कड़क सी
डांटूंगी न आज तुम्हें , वादा करती हूं यार।
बच्चों के टिफिन में तुम ब्रैड जैम ही रख देना
तुम भी कहीं बाहर से खाकर लेना दिन गुजार
बाईं आज नहीं आयेगी ,बर्तन भी तुम कर देना
क्योंकि मुझे आज सोना है लंबे पांव पसार।
आधे दिन की छुट्टी लेकर ,हो सके तो आ जाना
भूख से सर दर्द होगा तो ,किससे करूं पुकार।
शाम को जब कथा सुनने ,सज धज कर मैं जाऊं
झाड़ू-पोछा, होमवर्क,देना तुम दाल बघार।
इतना तो तुम कर सकते हो मेरे लिए आखिर तुम ।
हां चांद निकलने से पहले होना अच्छे से तैयार
पूजा की पिक्स अच्छी आनी है बहुत जरूरी
फेसबुक वाट्सएप पर ,लगे न कहीं बेकार ।
और हां रात को सोने से पहले भूल न जाना
थक जाऊंगी,पांव दबाने का कर लो इकरार।
सुरिंदर कौर