Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Oct 2022 · 1 min read

करवाचौथ स्पेसल

ऐ चाँद तुम्हारी इबादत में
कई पहर गुज़रे तेरी चाहत में
एक उम्र बढ़ा देना उनकी
रखना उन्हें अपनी हिफाज़त में

By Writer_ermkumar on behalf of all lovely women

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
gurudeenverma198
ज़िंदगी की दौड़
ज़िंदगी की दौड़
Dr. Rajeev Jain
माँ ....लघु कथा
माँ ....लघु कथा
sushil sarna
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं को सुधारें
स्वयं को सुधारें
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
🌺फूल की संवेदना🌻
🌺फूल की संवेदना🌻
Dr. Vaishali Verma
D
D
*प्रणय*
जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
Rj Anand Prajapati
#साहित्य_में_नारी_की_भूमिका
#साहित्य_में_नारी_की_भूमिका
पूनम झा 'प्रथमा'
मुक्तक...छंद पद्मावती
मुक्तक...छंद पद्मावती
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमको भी ख़बर
हमको भी ख़बर
Dr fauzia Naseem shad
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
गीत
गीत
Shiva Awasthi
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
Chitra Bisht
जब पीड़ा से मन फटता हो
जब पीड़ा से मन फटता हो
पूर्वार्थ
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
कलम बिकने नहीं देंगे....
कलम बिकने नहीं देंगे....
दीपक श्रीवास्तव
शिव आराधना
शिव आराधना
Kumud Srivastava
3509.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3509.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जो रोज समय पर उगता है
जो रोज समय पर उगता है
Shweta Soni
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
*साइकिल (बाल कविता)*
*साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
Vishal Prajapati
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
Neelofar Khan
बेसब्री
बेसब्री
PRATIK JANGID
मेरी पुरानी कविता
मेरी पुरानी कविता
Surinder blackpen
अहंकार
अहंकार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...