करवाचौथ: एक प्रेम पर्व
पति पत्नी का रिश्ता,
है बड़ा पवित्र देखो,
हर रोज इज्जत से,
पेश आया कीजिये।
नारी पूजती है पाँव,
फूल धूप रोरी लेके,
थाल में श्रद्धा से आप,
प्रेम डाल दीजिये।
हार थक पति जब,
नित शाम आये घर,
दे प्रीत मुस्कान आप,
दुःख हर लीजिये।
बेटा पिता से सीखेगा ,
करें नारी मान कैसे?
बेटी में माता जी नर,
मान भर दीजिये।
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अशोक शर्मा,कुशीनगर,
उत्तर प्रदेश