करना फिर से इक नया प्रयास
जब परिस्थितियां विल्कुल विरुद्ध हों,
जब रास्ते सारे अवरुद्ध हों
जब कदम कदम पे युद्ध हो
जब लगने लगे अब मुश्किल है
तब ही तो सब कुछ मुमकिन है
जब लगने लगे सब टूट गया
जो साथ मे था वो छूट गया
जब मन बोझिल सा लगने लगे
तो टूटना मत शर्माना मत
नाकामी से घबराना मत
शायद आखों मे अश्क देख
दुनिया तुमको कायर माने
ये जो भी कहें कहने देना
सुनना ना इनकी रहने देना
मन मे लेकर इक नयी आस
करना फिर से इक नया प्रयास
©अrun
कलम- अरुण कुमार अरु