Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2020 · 1 min read

करना फिर से इक नया प्रयास

जब परिस्थितियां विल्कुल विरुद्ध हों,
जब रास्ते सारे अवरुद्ध हों
जब कदम कदम पे युद्ध हो
जब लगने लगे अब मुश्किल है
तब ही तो सब कुछ मुमकिन है
जब लगने लगे सब टूट गया
जो साथ मे था वो छूट गया
जब मन बोझिल सा लगने लगे
तो टूटना मत शर्माना मत
नाकामी से घबराना मत
शायद आखों मे अश्क देख
दुनिया तुमको कायर माने
ये जो भी कहें कहने देना
सुनना ना इनकी रहने देना
मन मे लेकर इक नयी आस
करना फिर से इक नया प्रयास
©अrun

कलम- अरुण कुमार अरु

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 291 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
Sonam Puneet Dubey
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
चंद्रयान-३
चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
चौकीदार
चौकीदार
Dijendra kurrey
ग़ज़ल _ मुसाफ़िर ज़िंदगी उसकी , सफ़र में हर घड़ी होगी ,
ग़ज़ल _ मुसाफ़िर ज़िंदगी उसकी , सफ़र में हर घड़ी होगी ,
Neelofar Khan
दहेज मांग
दहेज मांग
Anant Yadav
हम जो थोड़े से टेढ़े हो रहे हैं
हम जो थोड़े से टेढ़े हो रहे हैं
Manoj Mahato
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लिखूंगा तो...?
लिखूंगा तो...?
Suryakant Dwivedi
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU SHARMA
पिता
पिता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
होली में संग हो ली
होली में संग हो ली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
Phool gufran
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
पूर्वार्थ
शिक्षक की भूमिका
शिक्षक की भूमिका
Shashi kala vyas
आत्महत्या के पहले
आत्महत्या के पहले
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
_सुलेखा.
विनम्रता और सम्मान के आगे विरोधी भी नतमस्तक हो जाते है।
विनम्रता और सम्मान के आगे विरोधी भी नतमस्तक हो जाते है।
Rj Anand Prajapati
प्रभु
प्रभु
Dinesh Kumar Gangwar
तेरा राम
तेरा राम
seema sharma
4498.*पूर्णिका*
4498.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
बरसातों में मीत की,
बरसातों में मीत की,
sushil sarna
प्रेम.... मन
प्रेम.... मन
Neeraj Agarwal
जीत
जीत
SHASHANK TRIVEDI
"खासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
ईश्वर
ईश्वर
अंकित आजाद गुप्ता
ख़ुद से हमको
ख़ुद से हमको
Dr fauzia Naseem shad
Loading...