करते वाद विवाद जो , धर्मों की ले आड़
करते वाद विवाद जो , धर्मों की ले आड़
जरा देर लगती नहीं, तिल का बनते ताड़
तिल का बनते ताड़,फैलती घर घर दहशत
बढ़ जाते मनभेद ,राज्य करती है नफ़रत
कहे ‘अर्चना’ बात, कान लोगों के भरते
कर जन को गुमराह, काम ये अपना करते
डॉ अर्चना गुप्ता