“करतब आजमाया जाए”
चल बन्दे कुछ कर कि अपना करतब आजमाया जाए।
आसमान को जमीं और जमीं को आसमां बनाया जाए।
कौन कहता है आग नहीं होती है दरिया के भीतर,
चल आग में सुनामी और समुन्दर में आग उगाया जाए।
-शशि “मंजुलाहृदय”
चल बन्दे कुछ कर कि अपना करतब आजमाया जाए।
आसमान को जमीं और जमीं को आसमां बनाया जाए।
कौन कहता है आग नहीं होती है दरिया के भीतर,
चल आग में सुनामी और समुन्दर में आग उगाया जाए।
-शशि “मंजुलाहृदय”