करके RJD से हलाला फिर BJP से निकाह कर लिया।
पढ़ते – पढ़ते मैं तो तबाह हो गया।
कुछ न बन पाया था की चुनाव आ गया।
इतना पढ़ लिखकर न हम प्रवक्ता बन सके।
वो फेंक फेंककर जुबानी नेता बन गए।
जनता के बीच के चहेता बन गए।
सोचे थे इस बार कर लेंगे हम शादी।
आई थी वेकेंसी पुलिस की कुछ ज्यादी।
जो पढ़ने में थे गदहे उनसे भी वीक हो गया।
मिलाया ओएमआर सीट पेपर जाकर घर पर हमने।
पता चला की सोशल मीडिया पर पेपर लीक हो गया।
शादी का ख्वाब अब दिल में मर गया।
नेता बनने का हौसला प्रबल हो गया।
क्या हम बताए मुझ पद क्या है बीता।
हम भी काटना चाहते है उद्घाटन में फीता।
नेता बनते ही सब मकाम मिल गया।
बन न पाया पुलिस तो क्या हुआ।
आज पीछे पीछे पुलिस का कारवां चल दिया।
व्यवस्था करने में रही नाकाम सरकार।
सड़क पर दिख रहे केवल सांड और बेरोजगार।
भारतरत्न देने का खुमार चल गया।
पतझड़ में चुनावी बहार आ गया।
विपक्षियों को मिलाने का इक हथियार मिल गया।
नाम था जिसका इंडिया गठबंधन।
टूट टूटकर जार जार हो गया।
हुआ था तलाक जिससे नीतीश का।
करके आरजेडी से हलाला फिर उन्हीं से निकाह हो गया।
मैं कुंवारा आज भी परेशान हो गया।
मेरे सामने बच्चा जवान हो गया।
मिल रहा महीने में तीन तीन बार राशन।
पा रहे 2 हजार रुपए खाते में किसान।
ये चलन चुनाव ही में तेज हो गया।
सारी मीडिया बस एक पर कवरेज हो गया।
जो था छिपा उसका भी इमेज हो गया।
नौकरी से ज्यादा सरकार देती भारतरत्न ।
क्या पता कब किसका अगला नाम आ जाए।
जय जय श्री राम के नाम का शोर हो जाए।
उसके सामने सब बेबस लाचार हो जाए।
है आस्था हमें भी अपने धर्म में।
क्या कहे जब राजनीति में ही धर्म का प्रयोग हो जाए।
भारत लोकतंत्र नही जातितंत्र है।
फुट एक दूसरे में करना इसका मंत्र है।
मेरा भी शायद पूरा अरमान हो जाए।
राजनीति से जुड़कर कल्याण हो जाए।
पूछता था एग्जाम में करेंट अफेयर्स।
बनते नेता पूछ रहा मेरा स्कीम अवेयर्स।
स्टूडेंट से नेता बनते सपना साकार हो गया।
X,Y,Z, Z प्लस सुरक्षा पीछे तैनात हो गया।
आज हुजूम का हुजूम मेरे पीछे चल रहा है।
भारत में बस इसी का जोर चल चल रहा है।
जिसकी सत्ता उसी के नाम का बस शोर चल रहा है।
RJ Anand Prajapati