कया खुब दुनिया थी मेरी
कया खुब दुनिया थी मेरी
तू था तेरी यादें थी मेरी
सपनो कि डोली ऑंखों में सजवाया था मेरे
दुल्हन कुछ यूँ बनाया था तुने
तेरे नाम कि मेहंदी लगवाया था मेने
कुछ यूँ तुझे अपना बनाया था मेने
मेरी सपनो कि डोली तुने तोडी़ तो थी
मुझे अपना कह कर मुझसे ऑंखें मोड़ तो थी
अभी भी याद मै तो आती हि होगीं
तेरे पलकों छु कर जाती हि होगीं
तेरे धड़कन को बढ़ाती ही होगीं
पर तेरे दि गई बेवफाई को याद दिलाती हि होगीं