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20 Jan 2022 · 1 min read

कया खुब दुनिया थी मेरी

कया खुब दुनिया थी मेरी
तू था तेरी यादें थी मेरी
सपनो कि डोली ऑंखों में सजवाया था मेरे
दुल्हन कुछ यूँ बनाया था तुने
तेरे नाम कि मेहंदी लगवाया था मेने
कुछ यूँ तुझे अपना बनाया था मेने
मेरी सपनो कि डोली तुने तोडी़ तो थी
मुझे अपना कह कर मुझसे ऑंखें मोड़ तो थी
अभी भी याद मै तो आती हि होगीं
तेरे पलकों छु कर जाती हि होगीं
तेरे धड़कन को बढ़ाती ही होगीं
पर तेरे दि गई बेवफाई को याद दिलाती हि होगीं

Language: Hindi
400 Views
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