कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
“मनहूस सूरतें और आवाज़ें”
चैनल बदलने पर मजबूर करती हैं।
वो भी सुबह से रात तक।।
■प्रणय प्रभात■
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
“मनहूस सूरतें और आवाज़ें”
चैनल बदलने पर मजबूर करती हैं।
वो भी सुबह से रात तक।।
■प्रणय प्रभात■