Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2023 · 1 min read

कमी मेरी तेरे दिल को

कमी मेरी तेरे दिल को महसूस होने तक ।
मैं बेचैन हो जाऊं तुझे महसूस होने तक ॥।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
9 Likes · 330 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
लक्ष्मी सिंह
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Dr Parveen Thakur
रक्षाबंधन का त्यौहार
रक्षाबंधन का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
सुबह-सुबह की लालिमा
सुबह-सुबह की लालिमा
Neeraj Agarwal
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
हरा नहीं रहता
हरा नहीं रहता
Dr fauzia Naseem shad
हिंदी शायरी का एंग्री यंग मैन
हिंदी शायरी का एंग्री यंग मैन
Shekhar Chandra Mitra
आज का महाभारत 2
आज का महाभारत 2
Dr. Pradeep Kumar Sharma
3131.*पूर्णिका*
3131.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
कोरे पन्ने
कोरे पन्ने
Dr. Seema Varma
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बिन फले तो
बिन फले तो
surenderpal vaidya
सबला
सबला
Rajesh
वसंत
वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-372💐
💐प्रेम कौतुक-372💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
पूर्वार्थ
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
■ लघु-व्यंग्य / खुशखबरी...
■ लघु-व्यंग्य / खुशखबरी...
*Author प्रणय प्रभात*
जो भक्त महादेव का,
जो भक्त महादेव का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कह्र ....
कह्र ....
sushil sarna
आया पर्व पुनीत....
आया पर्व पुनीत....
डॉ.सीमा अग्रवाल
आत्मा की अभिलाषा
आत्मा की अभिलाषा
Dr. Kishan tandon kranti
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
कवि दीपक बवेजा
किस-किस को समझाओगे
किस-किस को समझाओगे
शिव प्रताप लोधी
आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम
आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम
Vishal babu (vishu)
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
Rajesh vyas
Loading...