Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2017 · 1 min read

कभी वो पास आता है, कभी तो रूठ जाता है!

कभी वो पास आता है, कभी तो रूठ जाता है!
मेरे लिए ही तो, खुशियां जहां की लूट लाता है!!

नदी की एक लहर सा वो, बहकता चल रहा है!
किनारे पर वो आकर क्यों, हमेशा टूट जाता है!!

अब्तर नहीं है तू, ख्वाइश के पन्नो को क्यों जला बैठा!
हालात को दोषी बताना तो, तुझको खूब आता है!

ज़रा क़द को बढ़ा दे, खुद को अब्र से मिला दे तू!
किनारे को झुका दे तू, बुरा वक्त भी छूट जाता है!!

-सोनिका मिश्रा

Language: Hindi
549 Views

You may also like these posts

वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
■ 100% यक़ीन मानिए।
■ 100% यक़ीन मानिए।
*प्रणय*
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
Raju Gajbhiye
एक तरफ धन की बर्बादी ,
एक तरफ धन की बर्बादी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
हे परमपिता मिले हमसफ़र जो हर इक सफ़र में भी साथ दे।
सत्य कुमार प्रेमी
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
विषय: असत्य पर सत्य की विजय
विषय: असत्य पर सत्य की विजय
Harminder Kaur
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
Indu Singh
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भय
भय
Sidhant Sharma
परीक्षा का भय
परीक्षा का भय
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
Ravikesh Jha
17. सकून
17. सकून
Lalni Bhardwaj
कच्ची दीवारें
कच्ची दीवारें
Namita Gupta
मैंने हर मुमकिन कोशिश, की उसे भुलाने की।
मैंने हर मुमकिन कोशिश, की उसे भुलाने की।
ओसमणी साहू 'ओश'
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गर्मी की मार
गर्मी की मार
Dr.Pratibha Prakash
" गाड़ी चल पड़ी उसी रफ्तार से "
DrLakshman Jha Parimal
"मंजर"
Dr. Kishan tandon kranti
एजाज़ लिख दूँ
एजाज़ लिख दूँ
शक्ति राव मणि
ग़ज़ल _ लगी सदियां वफ़ा के ,मोतियों को यूं पिरोने में ,
ग़ज़ल _ लगी सदियां वफ़ा के ,मोतियों को यूं पिरोने में ,
Neelofar Khan
भाव और ऊर्जा
भाव और ऊर्जा
कवि रमेशराज
*पहले वाले  मन में हैँ ख़्यालात नहीं*
*पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रभु श्री राम आए हैं...
प्रभु श्री राम आए हैं...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...