कभी मोहब्बत जताते नहीं
कैसे हो तुम, कभी मोहब्बत जताते नहीं।
कितना चाहते हो हमको, ये कभी बताते नहीं।
नींद आती नहीं है अब आंखों में,
तुम क्यों आकर हमें सुलाते नहीं।
तुम ही बसे हो मेरे दिल की धड़कन में,
फिर तुम क्यों मुझे अपने दिल में बसाते नहीं।
हर घड़ी बस मुझे तुम्हारा इंतजार है,
पर तुम तो मुझे मिलने आते नहीं।
मोहब्बत है तुमको भी मुझसे, ये आंखें बोलती है तुम्हारी,
बस तुम ही मेरे करीब आते नहीं।